शानदार नितियाँ व नियम (पॉलिसी)
1. पहले हफ्ते में ही भुगतान
हमारे देश में एक बड़ी प्रसिद्ध कहावत है - ‘मजदूर का पसीना सूखने से पहले उसे उसकी मजदूरी मिल जानी चाहिए‘ ज्ञानकुल इस कहावत को "First Weak Payment Weak" निति के रुप में लागू करता है तथा अपने सभी जी.बी.ओ. को, महीना समाप्त होते ही क्लोजिंग के बाद के पहले 7 दिनों के अंदर सीधे बैंक खातों में भुगतान करता है।
2. वितरण प्रणाली
जंहा अन्य डायरेक्ट सेलिंग कंपनीयां वितरण व्यवस्था के नाम पे अलग-अलग बिचौलियों को फिर से बिठा देती हैं। वहीं ज्ञानकुल डायरेक्ट सेलिंग के मूल सिंद्धात को बिना छेड़े भारतीय डाक के माध्यम से देशभर में होम डिलीवरी देने के लिए सरलतम व कम खर्चिली वितरण प्रणाली उपलब्ध करवाती है। हमारे लिए सिद्धांत आधारित व्यवस्था का निमार्ण सर्वोपरि है ना की अलग से बिचौलिये बनाकर उनकी आड़ में पूंजी जूटाना। हम सीधे, सरलता से और कम से कम खर्च पर ज्ञानकुल बिजनेस ऑनर के घर तक उत्पाद पहुंचाने की दिशा में कार्यरत हैं।
3. बेजोड़ उत्पाद विकास निति
ज्ञानकुल उत्पाद अनोख एवं बेहतर इसलिए हैं क्योंकी ज्ञानकुल उत्पाद विकास निति "Product Development Policy" पर इनका निमार्ण होता है। जिसके तहत अत्यंत प्राकृतिक व शास्त्रोक्त उत्पादों को बनाने में कच्चे माल के शुद्धत्म प्रारूपों का इस्तेमाल होता है। उत्पाद में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल से लेकर, पैकिंग मैटिरियल तक स्वदेशी हो इसका भी हम इस निति के माध्यम से ख्याल रखते हैं।
4. संतुलन ही प्राथमिकता
जिस तरह संतुलित भोजन स्वस्थ जीवन का आधार है। ठीक उसी तरह ज्ञानकुल व्यवसाय में भी उत्पादों की संतुलित रेंज, मुनाफों में संतुलन, कार्यशैली में जोश और होश का संतुलन आदि सफलता के आधार हैं। ज्ञानकुल व्यवसाय के सभी पहलुओं में संतुलन बना कर रखना हमारी मुख्य प्राथमिकता रहती है।
5. सरलता की नीति
ज्ञानकुल की भुगतान योजना भारत में डायरेक्ट सेलिंग उद्योग की सब से सरलतम भुगतान योजनाओं में से एक है। इसके हर हिस्से को समझना बेहद आसान है और इसमें शामिल होना और टिके रहना दोनो ही सरल हैं। ज्ञानकुल में मिलने वाला प्रशिक्षण भी सरल तरीके से तैयार किये जाते हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग तेजी से इस व्यवसाय में सफलता हासिल कर सकें। सरलता में अदभुत शक्ति होती है। ज्ञानकुल व्यवसाय को जन-जन का व्यवसाय बनाने के लिए सरलतम होना आवश्यक है।
6. पारदर्शिता की नीति
पारदर्शिता प्राईवेसी से बेहतर होती है। और ज्ञानकुल व्यवसाय में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है। हम कोई भी छूपी हुई निति नही रखते। और व्यापार के हर पहलू में पारदर्षिता बनाए रखते हैं। ज्ञानकुल की कार्यशैली ज्ञानकुल संविधान के आधार पर तय होती है। ज्ञानकुल संविधान ज्ञानकुल से जुड़ें हर व्याक्ति के लिए सर्वोपरि है।
7. न्युनतम प्रशासन अधिकतम सेवा
मानव संसाधनों के बेहतर उपयोग के साथ ज्ञानकुल अब तक न्यूनतम प्रशासन में अधिकतम सेवा देने भी कामयाब रहा है। ऐसा संभव हो सके इसके लिए ज्ञानकुल तकनीकी का इस्तेमाल पहले दिन से करता आ रहा है। एच. आर. व टास्क मैंनेजमेंट जैसे सोफ्टवेयरस् का प्रयाग इसी का मुख्य भाग है। मानव संसाधनों का अनुचित व कम उपयोग बहुत सी डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों के पतन का कारण है।
8. क्वालिटी-क्वांटिटी नेटवर्क
गुणवत्ता पूर्ण नेटवर्क टीम हमारा प्रमुख उद्देष्य है। क्वालिटी पहले क्वांटिटी बाद में। और इसके लिए ज्ञानकुल, डायरेक्ट सेलिंग एजुकेषन पर शुरूआत से ही विषेष बल देता आ रहा है। आप वास्तव में ज्ञानकुल के साथ मिलकर एक प्रशिक्षित नेटवर्क तेजी से बना सकते हैं। जो आपके डायरेक्ट सेलिंग कारोबार को नई उंचाईयों पर ले जाता है।
9. ग्राहक केंद्रीत द्रष्टिकोण तथा मूल्य निर्धारण नीति
अंतिम उपभोगता ही वह व्याक्ति होता है जो अपनी जेब से पैसा निकालकर उत्पाद खरीदता है। उसे हमेशा बेहतर से बेहतर उत्पाद उचित किमतों पर मिलना ही चाहीए, क्योंकि यह उसका अधिकार है। इसिलिए ज्ञानकुल अपने उत्पादों का निर्माण व उनका मूल्य निर्धारण अंतिम उपभोगताओं को बीच में रखकर करती है। यह निति ज्ञानकुल को ज्यादातार डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों से अलग करती है। ज्ञानकुल उत्पाद और उनकी किमतें अंतिम उपभोगताओं के लिए बेहद किफायति हैं।
10. स्वस्थ रहें, व्यस्त रहें, मस्त रहें।
यह वाक्य ज्ञानकुल संस्थापकों के जीवन जिने के मुख्य सिद्धांत को दर्शाता है। स्वस्थ रहें - जंहा तक संभव हो, हमेशा बेहतरीन गुणवत्ता के प्रोडक्टस् ही इस्तेमाल करें। और उन्ही का व्यवसाय करें। योग, प्राणायाम और व्यायाम को अपने दैनिक जीवन में जगह दें। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग निवास करता है, इसलिए पहला सुख निरोगी काया को हमेशा आगे रखें। व्यस्त रहें - अपने समय को गुजारने की बजाए, उसका निवेष करें। कर्म करते रहें और जीवन में आगे बढ़ें। मस्त रहें - खुशमिजाज और हसमुख व्यक्ति हमेशा लोगों के आकर्षण का केंद्र बनते है।जो करें उसमें पूरी तरह डूब जाएं और मज़े से करें।
11. आयुष्मान भवः! लक्ष्मीवान भवः!!
बूजुर्गों और ऋषि मुनियों का यह आशीर्वाद अधिक से अधिक लोगों के जीवन में फलीभूत हो इसी के लिए ज्ञानकुल की स्थापना की गई। जंहा बेहतर गुणवत्ता के उत्पाद रोगमुक्त जीवन प्रदान कर आयु बढ़ाते हैं वहीं ज्ञानकुल डायरेक्ट सेलिंग प्लेटफार्म, 21वीं सदी की भुगतान योजना तथा अच्छा प्रशिक्षण तेजी से धनवान बनने में मदद करता है।